उदयपुर(Udaipur), राजस्थान की राजधानी, एक प्राचीन और शानदार शहर है जो आपको अपनी खूबसूरत वास्तुकला, ऐतिहासिक महलों, और प्रकृति के रंगों की विस्मृति में खो जाने का मौका देता है। जब आप इस शहर में घूमने के लिए जाते हैं, तो आपको कई अद्भुत स्थानों की खोज करने का मौका मिलता है।
उदयपुर में बहुत सारी झीलें हैं, जिस वजह से इसे “झीलों का शहर” भी कहा जाता है। साल भर में यहां बहुत सारे विदेशी सैलानी घूमने के लिए आते हैं और यहां की संस्कृति का मजा लेते हैं। आज हम आपको उदयपुर में घूमने की जगहों (udaipur me ghumne ki jagaho) और सुंदर स्थानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आपको अपने दोस्तों और परिवार के साथ एक बार जरूर जाना चाहिए।
Udaipur Ghumne Ki Jagah (udaipur me ghumne ki jagah)-
उदयपुर यात्रा में खूबसूरत जगह और दर्शनीय स्थल कुछ इस प्रकार हैं:
1. सहेलियों की बाड़ी(Saheliyon-ki-Bari)-
सहेलियों की बाड़ी उदयपुर के लकड़बाग परिसर में स्थित है। यह महल 18वीं सदी में रानी सहेलियों के लिए बनवाया गया था। यह एक आदर्श उदाहरण है राजपूती शैली के बागबानी का और इसे राजमहलों के विशाल संरचनाओं से घिरा हुआ है। इस बागीचे को एक मधुर नाम दिया गया है, “सहेलियों की बाड़ी”, क्योंकि यह रानी सहेलियों को उनकी भाईयों के साथ मनोहारी समय बिताने के लिए स्थापित किया गया था।
इस बागीचे की सुंदरता बेशक शानदार है। यहां आप विविध फूलों, मार्बल की जलप्रपातों, आभूषणित छज्जों और मंदिरों का आनंद ले सकते है। अपनी कैमरे के साथ बागीचे की सुंदरता को कैप्चर करना न भूलें और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लेने के लिए नाव पर सवारी करें।
2. लेक पैलेस(Lake Palace)-
जब बात उदयपुर के प्रमुख आकर्षणों की होती है, तो उसमें से एक जगह जो आपको अपनी महफ़ूज़गी और रोमांच से भरपूर भारतीय संस्कृति का एक दिलचस्प आदर्श दिखाती है, वह है “लेक पैलेस”। यह ऐतिहासिक महल सात बादलों में बसा है और पिछले सौ सालों से दुनिया भर के यात्रीगणों को आकर्षित कर रहा है।
लेक पैलेस जलस्थल में स्थित है, जो आपको महाराजा जगत सिंह द्वारा बनवाया गया था। यह एक आदर्श उदाहरण है शानदार राजपूताना शैली के भव्य महलों का। महल अकेले जगह पर स्थित है और जल पर बसा है, जिससे आपको एक प्राकृतिक और अद्वितीय अनुभव मिलता है।
लेक पैलेस की सुंदरता और विस्मयदायक संरचना आपको मोह लेती है। इसमें मार्बल की देवड़ाइयाँ, आभूषणित सुनहरे सिंहासन, उद्घोषणापट और शानदार मनोहारी चतुर्भुज का मंज़र है। यहां से आप उदयपुर के सम्राटीय दृश्यों का लुफ्त उठा सकते हैं, जैसे कि सूर्यास्त के समय लालिमा से रंग-बिरंगी उदयपुर शहर का दृश्य और जल में छत्तरों का प्रतिबिंब।
3. जग मंदिर(Jag Mandir)-
जग मंदिर उदयपुर, उदयपुर के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस में से एक है और यह अपनी ऐतिहासिक महत्वपूर्णता के लिए प्रसिद्ध है। यह महल 17वीं सदी में महाराजा जगत सिंह द्वारा बनवाया गया था। जग मंदिर उदयपुर का मुख्य आकर्षण है उसका मार्बल निर्मित स्वर्णिम मंदिर, जिसे आमतौर पर “गुलबंद” के नाम से जाना जाता है।
यह आकर्षण स्वर्णिम मंदिर, प्राकृतिक जलस्थल में स्थित होने के कारण प्रमुख रूप से प्रसिद्ध है। यह लोगों को अपनी भव्यता और शानदार स्थानीय विश्राम सुविधाओं के लिए खींचता है। जग मंदिर उदयपुर में विश्राम करने वाले यात्री जल में यात्रा करके स्थानीय वातावरण का आनंद ले सकते हैं और महल की ऐतिहासिक महत्वपूर्णता का आनंद ले सकते हैं। अगर आप उदयपुर जाने का सोच रहे हैं, तो जग मंदिर को जरूर अपनी यात्रा में शामिल करें और भव्य दृश्यों का आनंद अपनी आँखों से मजा लें।
4. फतेह सागर झील(Fateh Sagar Lake)-
यह झील उदयपुर की अग्रणी प्राकृतिक सुंदरताओं में से एक है। यह झील उदयपुर में घूमने की जगहों(Udaipur me ghumne ki jagah) में से एक प्रसिद्ध जगह है। और यहाँ आने वाले यात्रीगणों को आकर्षित करने का कारण बनती है। फतेह सागर झील पर स्थित दरिया महल आपको एक अद्वितीय नजारा प्रदान करता है। इस भव्य महल का निर्माण उदयपुर के महाराणा जहांगीर ने कराया था और यह महल शानदार मार्बल संरचना के लिए प्रसिद्ध है।
फतेह सागर झील शानदार परिवेश, नीले पानी का रंग और आसमानी छत्तरों के साथ एक शानदार दृश्य प्रदान करती है। फतेह सागर झील के किनारे पैदल यात्रा करना, जल में बने द्वीपों को खोजना और छत्तरों के नीचे बने आरामदायक स्थानों पर बैठकर विश्राम करना यहाँ के यात्रीगणों के लिए अनुपम अनुभव होता है। आप फतेह सागर झील को छत्तरों के नीचे बने आरामदायक स्थानों पर बैठकर पर इसकी सुंदरता को घंटों निहार सकते हैं।
5. कुंभालगढ़ किला(Kumbhalgarh Fort)-
उदयपुर से लगभग 64 किलोमीटर दूर स्थित कुंभालगढ़ किला उदयपुर का एक वास्तुकला का कमाल है, जो राजस्थान के विलासित पैलेस और किले में शामिल है। 30 किलोमीटर तक फैली हुई विशाल दीवारों के साथ, यह किला समुद्रतल से 1900 मीटर की ऊचाई पर स्थित है।
कुंभालगढ़ का किला आकर्षक राजपूतानी स्थापत्य शैली में बना हुआ है और इसमें शानदार महल, मंदिर और बागीचे शामिल हैं। इसकी मुख्य दीवारें और द्वार आकर्षक हैं और आपको ऐतिहासिकता की वातावरण में ले जाते हैं। किले के चारों ओर विस्तृत बागीचे हैं जहां आप आराम करते हुए खूबसूरत दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
किले तक की ड्राइव खुद में ही आनंददायक होती है और किले से मिलने वाला पैनोरामिक दृश्य नजरों को आकर्षित करता है, जिसके कारण यह उदयपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। अगर आप अपने परिवार के साथ उदयपुर में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान ढूंढ़ रहे हैं, तो अपनी यात्रा योजना में कुंभालगढ़ किला को अवश्य शामिल करें।
6. राजसमंद झील(Rajsamand Lake)-
यह उदयपुर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर और दक्षिणी अरावली पर्वत श्रृंग में स्थित है। यह झील आपको अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांति और शानदार वातावरण के लिए प्रशंसा करती है। इसका नाम “राजसमंद” राजपूत शासक महाराणा राजसिंह के नाम पर रखा गया है। जब आप सूर्यास्त के समय इस झील के किनारे खड़े हो, वह एक आकर्षक और आश्चर्यजनक दृश्य प्रदर्शित करती है। जब सूरज धीरे-धीरे अपनी कोमल रोशनी झील के पानी पर छिड़कता है, तो वहां जादू सा माहौल पैदा हो जाता है। यह दृश्य देखने के लिए आपकी रूचि और आकर्षण बढ़ाता है। राजसमंद झील को राजस्थान की नैनीताल (Lake District) के रूप में भी जाना जाता है। राजसमंद झील की यात्रा में आपको 2-3 घंटे का समय लग सकता है। इस यात्रा में आप हनुमान मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, श्री छपरिया भेरू मंदिर और रामेश्वर महादेव के दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही, आप झील की यात्रा में नीलकंठ महादेव जी मंदिर और कालका माता मंदिर का भी दर्शन कर सकते हैं।
7. हल्दीघाटी का मैदान(Haldighati ka Maidan)-
यह उदयपुर में घूमने की जगह भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थानों में शामिल है। यहां 1576 में महाराणा प्रताप की प्रसिद्ध बहादुरी का मैदान हुआ था, जहां वे मुग़ल सम्राट अकबर के विरुद्ध युद्ध करते थे।
हल्दीघाटी का मैदान ऐतिहासिक महत्व के साथ विख्यात है। यहां आप महाराणा प्रताप की प्रतिमा, जैन मंदिर, रक्ततालाब, हल्दीघाटी पेयजल प्रसाद केंद्र आदि देख सकते हैं। इसके अलावा, यहां आपको मैदान के आसपास घूमने का भी अवसर मिलेगा, जहां आप नागदा पहाड़, खेडली बालाजी मंदिर, बगीचों और नदी के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
8. विन्टेज कार म्यूज़ियम(Vintage Car Museum)-
उदयपुर का विन्टेज कार म्यूज़ियम एक प्रसिद्ध आकर्षण है जो दर्शकों को अप्रतिम विंटेज कारों की संग्रहणी प्रदर्शित करता है। यह म्यूज़ियम दर्शकों को विभिन्न कारों की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और मार्केटिंग महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है।
यह म्यूज़ियम महाराणा प्रताप के वंशज की संजीवनी है, जो कार प्रेमी थे और उद्यमी भी। उन्होंने विन्टेज कारों के संग्रह का आदान-प्रदान शुरू किया और बाद में यह म्यूज़ियम स्थापित किया गया।
विन्टेज कार म्यूज़ियम के माध्यम से, लोग इन विशेष कारों की आदम्यता, निर्माण क्षमता और विंटेज शैली का आनंद ले सकते हैं। इससे
यात्रियों को विंटेज कारों की खूबसूरत दुनिया में एक झलक मिलती है और उदयपुर के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, विन्टेज कार म्यूज़ियम में विभिन्न प्रकार की घोड़े से चलने वाली रथों की भी विशेष संग्रह है, जो पहले राजघरानों के लिए लोकप्रिय यातायात के रूप में थे। ये रथ राजघराने की जीवनशैली का एक झलक प्रदान करते हैं और म्यूज़ियम के सम्पूर्ण आकर्षण में चार्म जोड़ते हैं।
9. बगोर की हवेली(Bagore Ki Haveli)-
बगोर की हवेली एक प्राचीन हवेली है जिसे गोताखोर की धरोहर में संग्रहीत किया गया है। इसका निर्माण बीते सदी में हुआ था और इसे महाराणा प्रताप सिंह के समय में बनाया गया था। इसके दीवारों पर मणि, आयनी और फ्रेस्को पेंटिंग्स देखने के लिए लोग इसे आकर्षणीय मानते हैं।
बगोर की हवेली स्थानीय वातावरण के बीच स्थित है जहा आप आराम कर सकते हैं और अपने चारों ओर की प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। बागोर की हवेली की प्रवेश शुल्क भारतीय वयस्कों के लिए 60 रुपये हैं। और 5 से 12 वर्ष की आयु के भारतीय बच्चों के लिए 30 रुपये है। विदेशी यात्रियों के लिए प्रवेश शुल्क वयस्कों के लिए 100 रुपये है और बच्चों के लिए 50 रुपये है। कैमरों के लिए 50 रुपये लिए जाते हैं।
10. करणी माता मंदिर(Karni Mata Temple)-
उदयपुर में स्थित करणी माता मंदिर भगवानी करणी माता के लिए एक प्रमुख पूजा स्थल है। यह मंदिर देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रसिद्ध है और विशेष रूप से सिंहों को समर्पित है। मंदिर में स्थित एक अनोखी विशेषता है कि यहाँ पूजा और आरती के लिए चूहों की भी उपस्थिति अनिवार्य होती है। इसके अलावा, मंदिर की सुंदर मूर्ति और उसके आस-पास का आवासीय इलाका भी यात्रियों को आकर्षित करता है। मंदिर का स्थान विशाल बालाजी एनक्लेव आवासियों के पास है, जिससे यह उदयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।
11. सज्जनगढ़ पैलेस(Sajjangarh Monsoon Palace)-
सज्जनगढ़ पैलेस को मानसून पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, उदयपुर शहर को देखने वाली एक पहाड़ी चोटी पर स्थित है। लोगों की प्रमुख वजह इसे देखने की है कि यहां से प्रस्तावित आकर्षक पैनोरामिक दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है। पैलेस से आगे दृश्य में उदयपुर की झीलें, महल और चारों ओर फैले अरावली पहाड़ियां देखी जा सकती हैं। यह शहर के दृश्य की सुंदरता को कैप्चर करने के लिए एक उत्कृष्ट दृश्य स्थल प्रदान करता है।
यह उदयपुर टूरिस्ट प्लेस खासकर अपने मोहक सूर्यास्त नजारों के लिए प्रसिद्ध है। यात्रियों का जुटाव शाम को सज्जनगढ़ पैलेस में होता है ताकि वे शहर के ऊपर सूर्यास्त होते हुए देख सकें और लंबी खिलती हुई रोशनी से भूमि को सुंदर स्वरूप दे सकें।
सज्जनगढ़ पैलेस खुद एक वास्तुकला अद्भुत है। सफेद संगमरमर से बना हुआ पैलेस राजपुताना की शाही वास्तुकला का प्रदर्शन करता है। पैलेस के आस-पास सज्जनगढ़ वन्यजीव अभयारण्य से घिरा हुआ है, जो इसकी आकर्षण बढ़ाता है। यह अभयारण्य हिरण, जंगली सूअर, बंदर और अनेक प्रकार के पक्षियों सहित वनस्पति और जैव विविधता के विभिन्न प्रजातियों का निवास स्थान है।
12. बड़ा महल(Bada Mahal)-
उदयपुर का बड़ा महल बहुत ही सुंदर उदयपुर में घूमने की जगहों (Udaipur me ghumne ki jagah) में से एक है, जो 89 फीट (27 मीटर) ऊँची चट्टानी स्तर पर बना एक अद्वितीय वास्तुकला का कार्य है। यह महल महाराना उदय सिंह द्वारा बनवाया गया था और इसे सम्राट अकबर के दरबार के रूप में भी जाना जाता है।
बड़ा महल एक आकर्षक मिश्रण है जो मध्य युगीन राजस्थानी और मुग़ल शैली के वास्तुशिल्प को समाहित करता है। इसकी वास्तुकला सुंदर शिल्पकला दर्शाती है और इसे महारानी क्षत्रिया नीलिमा की याद में समर्पित किया गया है।
बड़ा महल ऊँची दीवारों, विस्तृत छतों, और अद्भुत संग्रहालय के रूप में अपनी पहचान बनाता है। इसके आधारशिला ऊँची पहाड़ी पर स्थित है जिससे आपको बड़ा महल से उदयपुर के शहर का एक अद्वितीय नजारा प्राप्त होता है। इसकी दीवारों पर लाल पत्थर का उपयोग किया गया है जो उसके भव्यतापूर्ण रूप को बढ़ाता है।
यदि आपको कलाकृतियों के प्रति रुचि है तो बड़ा महल आपको अपने उदयपुर टूर में जरूर शामिल करना चाहिए। महल की हर दीवार पर विशेष रूप से रचित आईना कार्य, जिसमें सूक्ष्म नक्काशीदार पैटर्न बनते हैं, देखने लायक हैं।
13. शिल्पग्राम(Shilpgram)-
अगर आप एक कला और साहित्य के प्रशंसक हैं, तो आपको शिल्पग्राम जरूर पसंद आएगा। यहाँ पर आपको भारतीय कला, हस्तशिल्प, और साहित्य का एक अद्वितीय संग्रह देखने को मिलेगा। शिल्पग्राम एक ऐसा स्थान है जहाँ कला और साहित्य की प्रतिष्ठित घटनाओं का आयोजन होता है। शिल्पग्राम एक ग्रामीण थीम पर आधारित बनाया गया है, जहां आपको भारतीय लोक कला के सभी प्रमुख रूपों को देखने का मौका मिलता है।
यहाँ पर आप विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों की धातु कला, रेशमी कपड़ों, गोलू काला पंडित के गोंड आर्ट, मध्य प्रदेश के भिंड जिले की पटवार पेंटिंग, राजस्थानी घागरा-चोली आदि जैसी आदिवासी और लोक कला की विविधता देख सकते हैं। शिल्पग्राम में आप लोक गीतों, नृत्य प्रदर्शनों, मुक्तिभोज आदि कार्यक्रमों का आनंद भी ले सकते हैं। इसके अलावा, शिल्पग्राम में आप भारतीय ग्रामीण जीवनशैली, शिल्प और कारीगरी की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। यह स्थान आपको भारतीय सांस्कृतिक धरोहर के बारे में अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा। आप उदयपुर पर्यटन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर शिल्पग्राम की एंट्री फी की जांच कर सकते हैं।
14. गुलाब बाग़(Gulab Bagh and Zoo)-
गुलाब बाग़, जिसे भीतरबाग़ से भी जाना जाता है, उदयपुर का सबसे बड़ा बगीचा है और यहाँ पर विशालतम गुलाब का उद्यान स्थापित है। 100 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई, गुलाब बाग़ चिड़ियाघर उदयपुर का वह स्थान है जिसे सभी प्राणी प्रेमियों के लिए एक उच्चतम जगहों में से एक माना जाता है क्योंकि यह उदयपुर में सबसे बड़े बगीचों में से एक है।
इस बगीचे में कई चीजें हैं जैसे की कुंद प्रासाद, और कई प्रमुख पेड़ जैसे की आम, अमरूद, अंगूर, नींबू, सूअर, शहतूत, रायन, अनार, केला, चीकू, इमली, बाकरी का ह्रदय (रामफल), लिची, वृद्धि हो रहे पेड़, बेल पत्र, कैंपर, बीरनगमो, बैल, खट्टे नीम, कराँची निम्बू, अरबिंद, जैकफ्रूट, धन्वेरजिया, भूखंड वनस्पति, जस्मीन, दाऊद आदि।
गुलाब बाग़ क्षेत्र के भीतर एक चिड़ियाघर भी है, जहाँ विभिन्न दुर्लभ प्रजातियों के जानवरों का निवास है, जैसे की काले तेंदुए, गैंधड़, ओस्ट्रिच, ज़ीब्रा, हूलॉक गिबॉन आदि। यहाँ पर आपको बाहरी दुनिया के अद्वितीय जानवरों का दर्शन करने का मौका मिलेगा।
गुलाब बाग का खुलने का समय इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।
15. दूध तलाई म्यूजिकल गार्डन(Doodh Talai Musical Garden)-
दूध तलाई संगीत उद्यान, जिसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क के नाम से भी जाना जाता है, उदयपुर में स्थित एक प्रसिद्ध आकर्षण है। यह उदयपुर शहर की नगरी विकास निगम द्वारा संभाला जाता है और इसमें अद्वितीय आधुनिक वास्तुकला की प्रदर्शित होती है। उद्यान का मुख्य आकर्षण एक रमणीय संगीत फव्वारा है, जो उदयपुर के अलावा राजस्थान भर में मशहूर हो गया है। आरियल ट्रैमवे (केबल कार) से यात्री आस-पास की अद्वितीय दृष्टिकोण से आश्चर्यजनक नजारे भी देख सकते हैं।
उद्यान की प्रमुख स्थिति इसे सुंदर सूर्यास्त नजारे का एक आदर्श स्थान बनाती है। शाम के समय सूर्यास्त की मोहक सुंदरता को देखने के लिए कई पर्यटक इस आकर्षक उद्यान में आवाज़ बुलंद करते हैं, जो संपूर्ण परिदृश्य पर जादूगरी भर देती है। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ, उद्यान में विभिन्न रेस्तरां और खाने-पीने की जगहें भी हैं, जहां यात्री स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हुए शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद ले सकते हैं।
16. लेक पिचोला(Lake Pichola)-
उदयपुर, राजस्थान में स्थित लेक पिचोला एक खास स्थान है जो अपनी अद्वितीय सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण के कारण आगंतुकों के दिलों को मोह लेता है। इसे 14वीं सदी में महाराणा उदय सिंह द्वारा बनवाया गया था, जो उदयपुर के संस्थापक राजा थे। यह झील शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सिंचाई और पेय जल की आपूर्ति प्रदान करती है। यह शहर के महलों के लिए एक संरक्षात्मक कवच का भी कार्य करती है।
लेक पिचोला की खूबसूरती का आकर्षण, मार्गशीर्ष पहाड़ियों, प्राचीन महलों और पिक्चर पर्फेक्ट दृश्यों से गहराया हुआ है। झील के नीले पानी में उठती सूर्य की छटा इसे और भी आकर्षक बनाती है, जो आसपास की संरचनाओं की विस्तृतता को प्रतिबिंबित करती है। यहाँ की शांत और प्रशान्त वातावरण से इसकी चारों ओर की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है, जो इसे शहर की भीड़ और शोर से दूर एक आदर्श आवास स्थल बनाती है।
17. अंबराई घाट(Ambrai Ghat)-
उदयपुर के अंबराई घाट को घूमने के लिए वजह अनेक हैं। यह घाट एक प्रसिद्ध स्थान है जहाँ आप एक अद्वितीय और मनोहारी अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ आपको उदयपुर के सबसे प्रसिद्ध झील, लेक पिचोला, की आश्चर्यजनक दृश्य प्राप्त होंगे। यहाँ से आप शानदार दृश्यों का आनंद ले सकते हैं, जैसे कि जल पालने वाला पैलेस और नगर का किला।
अंबराई घाट शाम के समय खासकर बहुत खूबसूरत होता है। आप यहाँ अपने प्रियजनों के साथ सुंदर सैर कर सकते हैं और झील के पानी की चमकती छाया का आनंद ले सकते हैं। आप इस घाट पर बैठकर शांति और स्थिरता का आनंद ले सकते हैं, जो आपको शहर के शोर-गुल से राहत देती है।
यहाँ रात में आप लकड़ी के बने विशेष दियों की छमक देख सकते हैं, जो झील के पानी में छाया डालते हैं और एक रोमांचकारी माहौल पैदा करते हैं। इसके साथ ही, आप यहाँ परंपरागत राजस्थानी संगीत के साथ आपका मनोहारी भोजन का आनंद भी जरूर ले।
18. महाराणा प्रताप स्मारक(Maharana Pratap Memorial)-
महाराणा प्रताप स्मारक, उदयपुर में स्थित एक महत्वपूर्ण स्मारक है जो महाराणा प्रताप को समर्पित है। यह स्मारक महान राजपूत योद्धा महाराणा प्रताप की महिमा और वीरता को प्रदर्शित करता है।
महाराणा प्रताप स्मारक गौरवशाली भव्यता के साथ उभरता है। इसे शिलायों और पत्थरों से निर्मित किया गया है और इसका आकर्षण मुख्यतः एक महान प्रतिमा पर है। महाराणा प्रताप की प्रतिमा एक मुख्य स्थान पर स्थापित है, जहाँ वे एक हाथ में तलवार और दूसरे हाथ में ढाल लिए दिखाई देते हैं। इसके पास एक बाघ, एक घोड़ा और एक हाथी की प्रतिमा भी है, जो उनके सैन्य सामरिक योगदान को दर्शाती हैं।
महाराणा प्रताप स्मारक एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और लोग यहाँ आकर महाराणा प्रताप के वीरता और देशभक्ति की अनुभूति करते हैं। यहाँ पर आप महाराणा प्रताप के जीवन, युद्धों और संघर्षों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। स्मारक के आसपास का माहौल भी शांतिपूर्ण होता है और आप यहाँ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
19. हाथी पोल बाजार(Hathi Pol Bazaar)-
हाथी पोल बाजार उदयपुर में अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। यहां आपको विभिन्न खरीदारी विकल्प मिलते हैं। यहां हाथी पोल बाजार में आपको कौशल्यपूर्ण राजस्थानी हस्तशिल्प, वुडन आर्टिफैक्ट्स, संगमरमर के वस्त्र आइटम, कढ़ाई वाले कपड़े और मिटटी के बर्तन जैसी विभिन्न प्रकार की वस्तुएं मिलती हैं।
हाथी पोल बाजार में आपको उदयपुर के प्रसिद्ध सोने और चांदी के आभूषण, अर्ध-मूल्यवान पत्थर, और राजस्थानी प्रचलित आभूषण डिज़ाइन मिलेंगे। वहीं, आप विविधता से भरी हुई कपड़ों और टेक्सटाइल को भी खरीद सकते हैं। हाथी पोल बाजार में आपको रंगीन फैब्रिक, कढ़ाई वाले परिधान, बंधनी और आईने काम के कपड़े और राजस्थानी परंपरागत पगड़ी (सफ़ा) खरीद सकते हैं।
वहीं, हाथी पोल बाजार में आपको राजस्थानी कथपुतली, पारंपरिक राजस्थानी जूते (मोज़री), और अन्य अद्वितीय स्मारिकाएं भी मिलेंगी, जिन्हें आप अपने घर ले जा सकते हैं।
वहीं, आप मसालों और चाय की दुकानों में जाकर खुशबूदार मसाले, सुगंधित चाय और स्थानीय रसोईघरीय विशेषताओं की खरीदारी कर सकते हैं। हाथी पोल बाजार अपनी गुंजाइश के साथ अपार्टदार वातावरण, पारंपरिक राजस्थानी चर्म और स्थानीय कारीगरों से जुड़े रहने का अवसर प्रदान करता है। यहां खरीदारी करते समय बार्गेनिंग करना अच्छा रहेगा और उदयपुर के दौरे में हाथी पोल बाजार के जीवंत वातावरण का आनंद लेना चाहिए।
20. अहर समाधिस्तल(Ahar Cenotaphs)-
अहर समाधिस्तल एक ऐतिहासिक स्थल है, जहां आप पूर्व के राजघराने के इतिहास को अनुभव कर सकते हैं। यह उदयपुर में घूमने की जगहों (udaipur me ghumne ki jagah) में से एक पुरानी और महत्वपूर्ण स्मारक स्थल है जहां राजघराने के ग्यारह राजाओं के समाधियाँ स्थापित हैं। यहां आपको मार्बल से निर्मित इमारतें देखने को मिलेंगी, जिनमें से हर एक राजा के समाधि का अलग-अलग डिज़ाइन होता है। ये स्मारक गुंबदों, पिलरों और मूर्तियों से सजे होते हैं, जो उन्हें शानदारता और महिमा का एक प्रतीक बनाते हैं। यहां आप राजस्थानी वास्तुकला और स्थानीय संस्कृति का अद्भुत संगम देख सकते हैं।
इसे देखकर आपको मानसिक और आध्यात्मिक शांति मिलेगी। अहर समाधिस्तल एक शानदार और चित्रस्थली है, जहां आप छुट्टी का आनंद ले सकते हैं और इसके आसपास की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं। अपनी उदयपुर की यात्रा में आप इस जगह को जरूर शामिल करें।
उदयपुर की यात्रा कैसे करें (How To Travel Udaipur On A Budget)
उदयपुर की यात्रा को बजट में करने के लिए आप निम्न तरीकों का पालन कर सकते हैं:
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सस्ते होटल ढूंढें-
उदयपुर में सस्ते होटल और धर्मशालाएं मौजूद हैं। आप इनमें ठहरकर अपने रहने का खर्च कम कर सकते हैं। आप वेबसाइट्स या मोबाइल ऐप्स के माध्यम से ऑनलाइन होटल बुक कर सकते हैं और आकर्षक ऑफर और छूट प्राप्त कर सकते हैं।
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सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें-
उदयपुर में बजट में यात्रा करने के लिए, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना एक अच्छा विकल्प है। शहर में बस, टैक्सी, रिक्शा और ऑटोरिक्शा की सुविधा है। ये साधारणतः सस्ते होते हैं और आपको शहर के विभिन्न स्थानों तक ले जाने में मदद कर सकते हैं। यात्रा के दौरान सार्वजनिक परिवहन की उपलब्धता और समय सारिणी की जांच करें ताकि आप अपनी यात्रा को सुविधाजनक बना सकें। इसके अलावा, आप पैदल यात्रा करने का भी विचार कर सकते हैं और शहर की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
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स्थानीय भोजन का आनंद लें-
उदयपुर में बजट में यात्रा करते समय, स्थानीय भोजन का आनंद लेना एक अच्छा विकल्प है। यहां पर आपको स्थानीय राजस्थानी खाने की विविधता मिलेगी जैसे कि दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी, लाल मांस, गट्टे की खिचड़ी और राजस्थानी ठाली में परोंठे आदि। इन में से कुछ स्थानीय रेस्टोरेंट और ढाबे बजट यात्रियों के लिए सुलभ होते हैं। इसके साथ ही, आप शहर के बाजारों में स्थानीय नमकीन, मिठाई और चाय का आनंद भी ले सकते हैं। यह आपको एक अद्वितीय खाद्य अनुभव प्रदान करेगा और आपकी यात्रा को यादगार बनाएगा।
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स्वतंत्र यात्रा व्यवस्था करें-
यदि आप उदयपुर की यात्रा पर स्वतंत्र रूप से जाना चाहते हैं, तो आप अपनी यात्रा का आयोजन खुद कर सकते हैं। स्थानीय यात्रा ऑपरेटर्स से सलाह लें और आपके बजट के अनुसार यात्रा करें। इन सरल उपायों का पालन करके आप उदयपुर की यात्रा को बजट में कर सकते हैं और इस शानदार शहर का आनंद ले सकते हैं।
Faqs –
उदयपुर घूमने का सही समय क्या है?
उदयपुर का सही समय घूमने के लिए अक्सर अक्टूबर से मार्च तक होता है। शीत ऋतु में जब तापमान कम हो जाता है, तो यहाँ बहुत खूबसूरत होता है। ठंडी हवाओं और सुंदर झीलों की वजह से यात्रा का आनंद लेने का अच्छा मौका मिलता है।
उदयपुर घूमने का खर्चा कितना लगेगा?
उदयपुर घूमने का खर्चा आपकी यात्रा की आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा। आपके ट्रांसपोर्टेशन, आवास, भोजन, और दर्शनीय स्थलों का चयन इस पर प्रभाव डालेगा। औसतन, उदयपुर घूमने का खर्चा लगभग 3200-5500 रुपये प्रति दिन का खर्च आ सकता है, जिसमें होटल, खाना, और लोकल परिवहन शामिल हैं। हालांकि, अगर आप महंगे होटलों या आरामदायक यात्रा चुनते हैं, तो यह खर्चे का बजट बढ़ सकता है।
उदयपुर में होटल के लिए लगभग कितना खर्च आता है?
उदयपुर में होटल की कीमतें विभिन्न प्रकार के होटलों के लिए भिन्न होती हैं। बजट होटल की दरें प्रति रात 500-2000 रुपये के बीच हो सकती हैं, जबकि मध्यम स्तरीय होटल की दरें 2000-5000 रुपये प्रति रात के बीच हो सकती हैं। अगर आप अधिक आरामदायक और उच्च स्तरीय रहने का विकल्प चुनते हैं, तो खर्च 5000 रुपये से अधिक प्रति रात हो सकता है
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उदयपुर की फेमस चीज क्या है?
उदयपुर की फेमस चीज हैं इसकी प्रमुखता से विख्यात महलों, हवेलियों और झीलों की सुंदरता है। उदयपुर में सिटी पैलेस, लेक पिचोला, जग मंदिर, सहेलियों की बाड़ी जैसे प्रमुख आकर्षण हैं। इसके अलावा, यहां की लोक शिल्प, रंगीन बाजार और स्थानीय खाने का आनंद आपकी यात्रा को और भी यादगार बना सकते हैं।
उदयपुर में घूमने की जगह कौन-कौन सी है?
लेक पिचोल, सहेलियों की बाड़ी, सिटी पैलेस, जग मंदिर, कुम्भलगढ़ किला, फतेह सागर झील, बगोर की हवेली, बड़ा महल, विन्टेज कार म्यूज़ियम, और जगदीश मंदिर आदि।
उदयपुर में कितने दिन के लिए घूमना चाहिए?
आपके पास कम से कम 3-4 दिन का समय होना चाहिए ताकि आप सभी प्रमुख आकर्षण देख सकें।
उदयपुर में कौन-कौन से पार्क या उद्यान घूमने लायक हैं?
सहेलियों की बाड़ी, सहेलियों की पर्यटन उद्यान, नेहरू बाग, और गुलाब बाग उदयपुर में प्रसिद्ध पार्क और उद्यान हैं।
उदयपुर में खाने के लिए कौन-कौन से प्रसिद्ध रेस्टोरेंट हैं?
झरोका- ताज लेक पैलेस, एनिग्मा फाइन डाइन, सोल बिस्त्रो, अम्बराई, उपरे 1559 ई.रेस्टोरेंट उदयपुर में प्रमुख रेस्टोरेंट हैं।
क्या उदयपुर में शॉपिंग के लिए कुछ प्रमुख बाजार हैं?
हाथी पोल बाजार, बड़ा बाजार, लेक पिचोल मार्केट, गुजराती बाजार, और बापू बाजार उदयपुर में प्रमुख शॉपिंग बाजार हैं।